छुपा रुस्तम (1973 फ़िल्म)

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साँचा:Infobox Film छुपा रुस्तम 1973 में बनी हिन्दी भाषा की फिल्म है।

संक्षेप

भारत सरकार नंगला परियोजना अन्तर्गत भारत-तिब्बत सीमा पर स्थित पहाड़ियों में अध्ययन के लिए प्रोफ़ेसर हरबंसलाल (ए के हंगल) को रु 50,000 देती है| प्रोफ़ेसर का विश्वास है इन पहाड़ियों में एक स्वर्ण मन्दिर छुपा है| जब विक्रम सिंह (अजीत) व उसका बेटा बहादुर सिंह (प्रेम चोपड़ा) को नंगला परियोजना का पता चलता है तो वे प्रोफ़ेसर का अपहरण कर मन्दिर का पता पूछते है जिसमे प्रोफ़ेसर मारा जाता है| इसके बाद वे करोड़पति राजेंद्र जैन (सज्जन) की पत्नी का अपहरण कर उसकी बेटी ऋतू (हेमा मालिनी) की शादी बहादुर से करने की मांग करते है| राजेंद्र ऋतू से इस बारे में बात कर कुछ संकोच करता है तो अपहरणकर्ता द्वारा भेजा उसकी पत्नी का अंगूठा मिलता है| शादी की तिथि तयकिये अपहरणकर्ताओं को सूचित करते है| इसी बीच नटवरलाल (देव आनंद) ऋतू का अपहरण कर अपना अड्डा लिए जाता है| बीच में उनकी कार खराब होने पर वे जिम्मी फ़र्नांडिस (विजय आनंद) की सहायता लेते है जो उन्हें एक सूनी जगह छोड़ जाता है| नटवरलाल ऋतू के साथ अड्डा पहुँच राजेंद्र को फिरौती के लिए फोन करता है| इस बीच जिम्मी ऋतू का अपहरण करता है| राजेन्द्र इस असमंजस में है पत्नी और बेटी में किसे पहले छुडाएं? इन अपहरणों का नंगला परियोजना क्या संबंध है? बंधक अपहरणकर्ताओं से कैसे छूटते है?

चरित्र

मुख्य कलाकार

दल

संगीत

  • गीत "धीरेसे जाना बगियन में" बिनाका गीत माला की 1973 वार्षिक सूची पर 9वीं पायदान पर रही|
गीत गायक गीतकार समय
"धीरेसे जाना बगियन में" किशोर कुमार नीरज 4:16
"हम छुपे रुस्तम हैं" मन्ना डे नीरज 6:11
"बोलो क्या हमको दोगे" किशोर कुमार, आशा भोसले विजय आनंद 4:27
"जलूँ मैं जले मेरा दिल" आशा भोसले नीरज 3:45
"जो मैं होता" किशोर कुमार, आशा भोसले विजय आनंद 5:11
"मैं हूँ छुई मुई" आशा भोसले विजय आनंद 3:24
"सुनो सुनो मेरी दुखभरी दास्ताँ" लता मंगेशकर नीरज 3:55

रोचक तथ्य

परिणाम

बौक्स ऑफिस

समीक्षाएँ

नामांकन और पुरस्कार

बाहरी कड़ियाँ